गिन्दी कौथिग। कहां कौन जीता। थलनदी मेला समिति पर किसने लगाए आरोप
पौड़ी। मकर संक्रान्ति के अवसर पर गढ़वाल के विभिन्न स्थानों पर पारंपरिक गेंद मेले का आयोजन किया गया। दोपहर में गिन्दी खेल शुरू हुआ लोगों में काफी उत्साह था,लेकिन सूरज ढलने के बाद भी हार जीत का फैसला दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा था तो लोग धीरे धीरे अपने घर की तरफ वापस जाने लगे।
गिंदी का खेल एक अलग तरीके का खेल है, हार जीत के गोल प्वाइंट के अलावा इस खेल के कोई नियम नहीं हैं। इसमें गेंद को दोनों गोल प्वाइंट के सेंटर में रखकर दोनो टीमों के लोग गेंद पर चिपक कर एक दूसरे पर धक्का मारने लगते हैं, कई लोग भीड़ के अंदर दब जाते हैं,जिससे कई लोगों को चोटबा जाती है,कई बेहोश हो जाते हैं,इस खेल में जान भी जा सकती है।
थलनदी में गेंद जिस जगह पर दोपहर 1 बजे शुरू हुई थी, शाम को 7 बजे उसी जगह पर आकर रूकी हुई थी, थलनदी मेले में अजमीर पट्टी के लोगों ने आरोप लगाया कि अजमीर पट्टी गिन्दी जीत गई थी लेकिन गेंद मेला समिति ने अजमीर को विजयी घोषित नहीं किया।
अजमीर पट्टी के श्रीचंद बहुखंडी, पंकज बिष्ट और तेजेंद्र बिष्ट ने मेला समिति पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम गेंद गोल प्वाइंट तक ले गए थे, लेकिन मेला समिति ने कहा कि गेंद हमारे पास लाओ तब हम घोषणा करेंगे।डाडामण्डी में लंगूरी, सांगुड़ा में लंगूर पट्टी, थलनदी में उदयपुर पट्टी, देवीखेत में ढौंरी की जीत हुई।