संस्कृत भारती देहरादून ने गीता शिक्षण केंद्र का शुभारम्भ किया
देहरादून। आज संस्कृत भारती देहरादून के द्वारा पंचायती मंदिर घोसी गली में मुख्य अतिथि रवि गिरी महाराज जंगम शिवालय, विशिष्ट अतिथि विकास वर्मा हनुमान चालीसा साप्ताहिक मिलन प्रांत प्रमुख बजरंग दल, कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ प्रदीप सेमवाल जनपद मंत्री देहरादून केंद्र, शिक्षक आचार्य योगेश कुकरेती एवं सहकेंद्र शिक्षक नवनीत राजवंशी के द्वारा दीप प्रज्वलन कर संयुक्त रूप से शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्वामी रवि गिरी जी महाराज ने गीता का महत्व बताते हुए कहा कि गीता हमारी भारतीय संस्कृति का आधार है इसलिए प्रत्येक भारतीय को गीता का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि विकास वर्मा ने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए इस प्रकार के आयोजन होना बहुत आवश्यक है। आज हमारे बच्चे अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। गीता शिक्षण केंद्र के माध्यम से हमारे समाज में एक नई ऊर्जा का समावेश होगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ प्रदीप सेमवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति का मूल आधार संस्कृत भाषा है। संस्कृत के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। संस्कृत भारती के द्वारा भारतीय संस्कृति को जीवित रखने के लिए संस्कृत संभाषण केंद्र, बाल केंद्र, गीता शिक्षण केंद्र जैसे विविध केन्द्रों का आयोजन किया जा रहा है जिनमें संस्कृत बोलने से लेकर संस्कृत के शास्त्रों को पढ़ने का भी कार्य हो रहा है। बिना गीता और रामायण के भारतीय संस्कृति को सुरक्षित रखना संभव नहीं है। गीता विश्व कल्याण की भावना से विश्व को जोड़ने का कार्य करती है।
कार्यक्रम में गीता शिक्षक आचार्य योगेश कुकरेती एवं नवनीत राजवंशी के द्वारा छात्रों को गीता के श्लोक का अभ्यास करवाया गया।
इससे पूर्व धृति पुरोहित और अक्षय पुरोहित ने स्वागत गान किया। कार्यक्रम में संस्कृत भारती रायपुर खंड के खंड संयोजक आचार्य नीतीश मैठाणी, सहखंड संयोजिका डॉ. बीना पुरोहित, संस्कृत भारती के विभाग संयोजक नागेंद्र व्यास सहसंयोजक डॉ. नवीन जसोल, डोईवाला खंड संयोजक डा. आनंद जोशी, विश्व हिंदू परिषद के राजेश सिंह एवं समाज के अन्य गणमान्य लोग तथा गीता के शिक्षार्थी उपस्थित रहे।
संस्कृत भारती देहरादून के महानगर मंत्री आचार्य माधव पटेल के द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया।