नई दिल्ली: बांग्लादेश में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना के आवास पर प्रदर्शनकारियों के घुसने के बाद वे एक सैन्य हेलीकॉप्टर से देश छोड़ चुकी हैं। स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि प्रदर्शनकारी ढाका में हिंदुओं के घरों पर हमले कर रहे हैं। कई घरों में आगजनी की जा रही है, और हिंदू समुदाय के लोग हिंसा का सामना कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे देश में भय का माहौल है।
बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान के धानमंडी स्थित आवास पर भी तोड़फोड़ की गई है। सोमवार दोपहर को हिंसक प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री खान के घर पर हमला किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रवेश द्वार तोड़कर मंत्री के आवास में घुसपैठ की। घर के अंदर से धुआं निकल रहा था, और परिसर में जमकर तोड़फोड़ की गई। बांग्लादेश से कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें प्रदर्शनकारियों को हिंदुओं के घरों में आग लगाते देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद राजधानी ढाका में हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में घुसपैठ की। प्रदर्शनकारियों ने आवास के भीतर घुसकर तोड़फोड़ की और जो भी सामान मिला, उसे लेकर चंपत हो गए। उन्होंने आवामी लीग के धानमंडी और ढाका स्थित जिला कार्यालयों में भी आग लगा दी। इसके अलावा, 32 धानमंडी स्थित बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान स्मारक संग्रहालय में भी आगजनी की गई। चटगांव की सड़कों पर हजारों लोग उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
बढ़ती हिंसा के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने रविवार रात को बांग्लादेश में हुई ताजा हिंसा के बाद जिनेवा से जारी एक बयान में कहा कि बांग्लादेश में चौंकाने वाली हिंसा अवश्य ही रुकनी चाहिए। उन्होंने कहा, “वीकेंड में कई और प्रदर्शनकारी मारे गए। सिराजगंज जिले में एक पुलिस स्टेशन पर हमला होने के कारण कम से कम 13 पुलिस अधिकारी भी मारे गए।”
बांग्लादेश में जारी हिंसा ने पूरे विश्व का ध्यान खींचा है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।