Flash Story
सरकार होम स्टे योजना को बढ़ावा देकर युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ रही है- महाराज
कैरेबियाई देश डोमिनिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की
मुख्य सचिव ने की स्मार्ट मीटरिंग के कार्यों की समीक्षा 
मुख्यमंत्री धामी ने जौलजीबी मेला-2024 का किया शुभारंभ
टीरा’ ने जियो वर्ल्ड प्लाजा में लॉन्च किया लग्जरी ब्यूटी स्टोर
सुबह उठने पर महसूस होती है थकान? ऊर्जा के लिए खाएं ये 5 खाद्य पदार्थ
फिल्म स्टार मनोज बाजपेई को जमीन खरीदवाने के लिए ताक पर रख दिए गए नियम- कायदे 
बिना सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में नजर आई गहमागहमी
पराजय को सामने देख अब प्रपंच रच रही है कांग्रेस, जनता देख रही है इनकी कुटिलता और झूठे पैंतरे – रेखा आर्या

उत्तराखंड के बेटे ने मां भारती की सेवा में दिया अपना सर्वस्‍व बलिदान

16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे कमल सिंह भाकुनी

मुख्‍यमंत्री धामी ने जताया दुख 

देहरादून। मणिुपर में मां भारती की सेवा करते हुए उत्‍तराखंड के जवान ने अपना सर्वस्‍व बलिदान कर दिया। 16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात कमल सिंह भाकुनी मणिुपर में हुए नक्‍सली हमले में बलिदान हो गए हैं। मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने कमल सिंह भाकुनी के बलिदान पर दुख व्‍यक्‍त किया है। मणिपुर में माँ भारती की सेवा करते हुए नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए सैन्यभूमि उत्तराखण्ड के लाल एवं 16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात कमल सिंह भाकुनी की शहादत को शत्-शत् नमन।

ईश्वर, दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की असीम शक्ति… उन्‍होंने कहा है कि ‘नक्सली मुठभेड़ में बलिदान हुए सैन्यभूमि उत्तराखण्ड के लाल एवं 16 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात कमल सिंह भाकुनी की शहादत को शत्-शत् नमन। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की असीम शक्ति…’ अल्मोड़ा के बूंगा गांव के सैनिक कमल सिंह भाकुनी के मणिपुर में बलिदान होने के बाद से पूरा गांव शोक में डूब गया। हालांकि बलिदानी का पार्थिव अब गुरुवार को गांव पहुंचेगा। लेकिन इस बीच उसके घर में लोगों का आना-जाना लगा रहा। मूलरूप से सोमेश्वर के चनौदा बूंगा गांव निवासी कमल सिंह भाकुनी (24) पुत्र चंदन सिंह भाकुनी 16 कुमाऊं रेजीमेंट में मणिपुर में तैनात थे।

बीते मंगलवार को उन्हें ड्यूटी के दौरान गोली लग गई, गोली लगने से कमल का बलिदान हो गया। देर शाम उनके गांव में घटना की सूचना मिली। इस दौरान पूरे गांव में मातम पसर गया। इधर बुधवार को भी गांव में गमगीन माहौल रहा। पूरा दिन बलिदानी कमल के घर आने-जाने वालों का तांता लगा रहा। उधर तमाम प्रक्रिया पूरी करने के बाद अब दिवंगत का पार्थिव गुरुवार को गांव पहुंचेगा।  24 वर्षीय कमल चार वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए थे। कमल सिंह भाकुनी के बड़े भाई प्रदीप भाकुनी भी सेना में सेवारत हैं। उनके पिता गांव में काश्तकारी करते हैं। माता दीपा भाकुनी गृहणी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top