शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढऩे से जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में सूजन और जलन जैसी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए, इस फल को अपने आहार में शामिल करके समय रहते इसे नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है. यूरिक एसिड बढऩे की वजह से लोगों को हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हाई यूरिक एसिड के मरीजों को अक्सर जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में सूजन और जलन जैसी कई गंभीर समस्याओं से गुजरना पड़ता है। अगर इसे सही समय पर कंट्रोल न किया जाए तो इसकी वजह से गाउट और अर्थराइटिस होने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करना चाहते हैं तो दवाओं के अलावा अपनी डाइट में केले को भी शामिल करें।
केले में कई ऐसे गुण होते हैं जो यूरिक एसिड को कम करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं केला किस तरह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का काम करता है साथ ही इसका सेवन कब और कैसे करना चाहिए।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में केला फायदेमंद हैं
केले में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है जो यूरिक एसिड को पेशाब के ज़रिए बाहर निकालता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा कम होती है, जिसकी वजह से यह यूरिक एसिड के मरीजों के लिए फायदेमंद है. इस फल में विटामिन सी भी होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है जो खून में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
किस तरीके से खाएं केला
यूरिक एसिड के मरीज़ रोज़ाना 3 से 4 केले खा सकते हैं. आप इसे दूध में मिलाकर भी खा सकते हैं. आप इसका शेक भी बना सकते हैं। आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से इसका सेवन बढ़ा सकते हैं. आप इसे दोपहर के आसपास भी खा सकते हैं, ध्यान रखें कि सुबह और रात को खाली पेट इसका सेवन न करें।
केला खाने से इन समस्याओं से भी राहत मिलती है
फाइबर से भरपूर केला खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है, जिससे कब्ज और पेट फूलने जैसी कई पेट की समस्याएं दूर होती हैं. केले में आयरन और फोलेट की मात्रा अधिक होती है, जो एनीमिया को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन ए और कैरोटीनॉयड से भरपूर केले आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।