नई दिल्ली। पोलैंड की यात्रा के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब भारत और पोलैंड के राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने पोलैंड को मध्य यूरोप में एक प्रमुख आर्थिक भागीदार बताया और कहा कि लोकतंत्र और बहुलतावाद के प्रति दोनों देशों की पारस्परिक प्रतिबद्धता हमारे संबंधों को और अधिक मजबूत बनाएगी। प्रधानमंत्री ने पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क और राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलने की अपनी उत्सुकता व्यक्त की और पोलैंड में रहने वाले जीवंत भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने की योजना भी साझा की।
इसके बाद प्रधानमंत्री यूक्रेन की यात्रा करेंगे, जो कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। यह यात्रा यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के निमंत्रण पर हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना और वर्तमान यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए दृष्टिकोण साझा करना है। उन्होंने इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र वापसी की आशा भी व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच संपर्कों को और मजबूत करेगी और आने वाले वर्षों में और भी जीवंत संबंधों की नींव रखेगी।