नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की रियासी पहाड़ी पर शिवखोड़ी गुफा के दर्शन करके लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर रविवार (9 जून) की शाम को आतंकियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर अब 10 हो गई है. वहीं इस हमले में घायल हुए 33 श्रद्धालुओं का इलाज अस्पताल में चल रहा है. हमले के वक्त कुल 50 श्रद्धालु बस में सवार थे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई बड़े नेताओं ने इस आतंकी हमले की आलोचना की है और श्रद्धालुओं की मौत को लेकर दुख जताया है. जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय ने इस आतंकी हमले की जांच अब NIA को सौंप दी गई है. इसके अलावा आतंकी हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है.
एनआईए के अधिकारी फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच में जुट गए हैं. वहीं आंतकियों की तलाश में सेना जंगलों को खंगाल रही है. सूत्रों के मुताबिक बस पर हमले करने के बाद सभी आतंकी पहाड़ी इलाके में छुपे गए हैं. वहीं ये आतंकी पिछले महीने में राजौरी और पुंछ में कई हमले कर चुके हैं. माना जा रहा है इन आतंकवादियों की संख्या 2-3 हो सकती है.
शिवखोड़ी से माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी बस
जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक रविवार की शाम करीब 6 बज बजे आतंकवादियों ने रियासी जिले के पौनी इलाके में तीर्थयात्रियों से भरी इस बस को निशाना बनाया. हमले में ड्राइवर को गोली लग गई जिसके बाद बस खाई में जा गिरी. ये बस शिवखोड़ी से कटरा माता वैष्णो देवी मंदिर की और जा रही थी.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताई आपबीती
बस में सवार पीड़ित प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बस शाम 5.30 बजे निकली और अचानक गोलीबारी होने लगी. इसके आगे उन्होंने बताया कि मैंने एक आतंकवादी को बस पर गोलीबारी करते देखा. बस के खाई में गिरने के बाद भी एक आतंकवादी लगातार 20 मिनट तक एक आतंकी बस पर गोली बरसाता रहा. दूसरे पीड़ित उत्तर प्रदेश के संतोष कुमार ने बताया कि मैं बस चालक के बगल में बैठा हुआ था और एक गाड़ी घने जंगलों से नीचे की ओर आ रही थी. इसके बाद सिर को काले कपड़े से ढके एक व्यक्ति ने बस के सामने आकर अंधाधुंध गोलीबारी करने शुरू कर दी. जिसके बाद ड्राइवर घायल हो गया और बस खाई में जा गिरी. इसके बाद भी आतंकवादी लगातार बस पर गोलियां चलाते रहे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की हमले की निंदा
इस आतंकी हमले पर दुख जताते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही सब पर हुए आतंकवादी हमले से मैं व्यथित हूं. ये कायरतापूर्ण अपराध है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए. राष्ट्र पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.