Flash Story
अवैध मदरसों के साथ फंडिंग की भी होगी जांच – सीएम धामी 
अवैध मदरसों के साथ फंडिंग की भी होगी जांच – सीएम धामी 
बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘स्काई फोर्स’ का गाना ‘माई’ रिलीज, वायुसेना अधिकारी के किरदार में नजर आएंगे अक्षय कुमार
बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘स्काई फोर्स’ का गाना ‘माई’ रिलीज, वायुसेना अधिकारी के किरदार में नजर आएंगे अक्षय कुमार
आज विश्व के लिए सबसे प्रमुख चुनौती बन गया आतंकवाद – विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर
आज विश्व के लिए सबसे प्रमुख चुनौती बन गया आतंकवाद – विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर
उत्तराखंड में 28 हाइड्रो प्रोजेक्ट का रास्ता साफ
उत्तराखंड में 28 हाइड्रो प्रोजेक्ट का रास्ता साफ
दक्षिणी कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में लगी भयंकर आग, सैकड़ों पेड़ और जानवर जलकर हुए खाक 
दक्षिणी कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में लगी भयंकर आग, सैकड़ों पेड़ और जानवर जलकर हुए खाक 
स्वस्थ मतदाता, स्वस्थ लोकतंत्र की थीम पर दौड़ेंगे युवा
स्वस्थ मतदाता, स्वस्थ लोकतंत्र की थीम पर दौड़ेंगे युवा
बालों में नींबू लगाने के होते है कई नुकसान, आइए जानते है इसके इस्तेमाल का सही तरीका
बालों में नींबू लगाने के होते है कई नुकसान, आइए जानते है इसके इस्तेमाल का सही तरीका
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार राज्य के विकास में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी – मुख्यमंत्री धामी 
प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार राज्य के विकास में हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी – मुख्यमंत्री धामी 
उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए 30 हजार 400 स्वयंसेवकों का पंजीकरण, आज अंतिम तारीख
उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए 30 हजार 400 स्वयंसेवकों का पंजीकरण, आज अंतिम तारीख

वनाग्नि सत्र से पहले होंगी सात नई पिरुल ब्रिकेट्स यूनिट तैयार

वनाग्नि सत्र से पहले होंगी सात नई पिरुल ब्रिकेट्स यूनिट तैयार

वनाग्नि प्रबंधन की कार्ययोजना केंद्र को भेजी

देहरादून। वन विभाग आगामी वनाग्नि सत्र से पहले प्रदेश में सात नई पिरुल ब्रिकेट्स यूनिट तैयार कर देगा। इससे पिरुल एकत्रितकरण के जरिए वनाग्नि रोकथाम में मदद मिलेगी। इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर वन विभाग ने वनाग्नि रोकथाम के लिए पांच साल की योजना तैयार करते हुए, केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजी है।

प्रदेश में वनाग्नि का मुख्य कारण, जंगलों में चीड़ वन की अधिकता है। वन विभाग के नियंत्रणाधीन वनाच्छादित क्षेत्र में लगभग, 15.25 प्रतिशत चीड़ वन है। इसलिए वन विभाग चीड़ पिरुल को एकत्रित करते हुए, इसका प्रयोग पैलेट्स, ब्रिकेट्स बनाने में कर रहा है। इसके लिए स्वयं सहायता समूहों की मदद ली जा रही है, वर्तमान में विभाग इन समूहों को प्रति कुंतल तीन रुपए की दर से चीड़ एकत्रित करने का भुगतान करता है, जिसे मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में बढ़ाए जाने की तैयारी है। गत वर्ष विभाग ने स्वयं सहायता समूहों के जरिए, 38299.48 कुंतल चीड़ पिरुल एकत्रित किया, जिसके बदले समूहों को 1.13 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया गया।

अब यूनिट बढ़ाने की तैयारी
अपर प्रमुख मुख्य वन संरक्षक निशांत वर्मा के मुताबिक पिरुल एकत्रितकरण से वनाग्नि रोकथाम में प्रभावी कमी आती है। इसलिए वर्तमान में चल रही ब्रेकेटस यूनिट की संख्या बढ़ाकर 12 किए जाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर, जल्द ही अल्मोड़ा, चम्पावत, गढ़वाल और नरेंद्र नगर वन प्रभाग में सात नई यूनिट स्थापित हो जाएंगी। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी हो सकेगा।

वनाग्नि रोकथाम के लिए, विभागों को समय से तैयारी करने को कहा गया है। प्रदेश में सात जगह नई ब्रेकेटस यूनिट बनने से ग्रामीणों को रोजगा मिलेगा, साथ ही पिरुल से लगने वाली वनाग्नि में भी प्रभावी कमी आएगी। इसके साथ ही वनाग्नि रोकथाम के लिए भारत सरकार के पास पांच साल की कार्ययोजना तैयार करके भेजी गई है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

हाईलाट्स

15 प्रतिशत वनाच्छादित क्षेत्र में हैं चीड़ वन

05 स्थानों पर वर्तमान में हैं ब्रिकेट्स यूनिट

05 साल की कार्ययोजना भेजी गई भारत सरकार के पास

1.13 करोड़ रुपए गत वर्ष स्वयं सहायता समूहों को दिए गए पिरुल जमा करने पर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top